जूनियर अधिवक्ताओं के लिए वकालत पेशे में सफलता के लिये 15 Tips
(15 Tips for Junior Advocates)
दोस्तों यदि अपने अभी लॉ डिग्री पूरी करने के बाद वकालत क्षेत्र में कदम रखा है, अर्थात अभी आप जूनियर लॉयर है और किसी सीनियर अधिवक्ता के अंडर प्रैक्टिस स्टार्ट किये है तो आपको यहाँ हमारे द्वारा दिए गए उपयोगी टिप्स को एक बार अवस्य जानना चाहिए जिससे आपको वकालत क्षेत्र में सफलता आसानी से मिल सके……………………….
(1). Law degree Complete करने के बाद सबसे पहले किसी ऐसे वकील के अंडर में Court Practice Start करें जिसके पास काम न कम हो और न ज्यादा हो और उसे कम से कम 10 साल Practice का Experience हो।
(2). रोज सुबह समय से 10 बजे अपने Senior से पहले कचेहरी जाए और शाम को 4 बजे के बाद ही लौटे।
(3). अपनी एक Personal diary बनाएं, जिसमें अपने सीनियर के यहाँ स्थित सभी प्रकार के Cases की Stage नोट करें।
(4). किस file में आज क्या हुआ और अगली तारीख पर क्या होगा इस बात पर विशेष ध्यान दें।
(5). अपनी Personal Diary या Notes में रोज कम से कम एक case के drafting का नोट्स अवस्य बनाये।
(6). सभी types और nature के cases की copy कोर्ट से निकलवा ले और उनकी drafting को पढ़े और लिखकर अभ्यास करें।
(7). Drafting, Pleading और दूसरे बहुत से Applications के फॉर्मेट अपनी diary या notes में जरूर लिखते रहें।
(8). कोर्ट में अपना समय अधिक से अधिक दे और Case File में से खुद बोलना सीखें। वकील साहब से Request करे कि आज मुझे Court में बोलने का अवसर दें।
(9). अपनी रोज की problems को dirary में नोट करते रहें और जब भी वकील साहब फ्री हो या किसी sunday के दिन उनके घर जाकर अपनी problems या doubts उनसे clear करें।
(10). एक साल से ज्यादा Juniorship बिल्कुल न करें।अगर आप करते हैं तो टाइम waste होगा। एक साल के बाद अपनी स्वयं की Practice Start करें। Starting में Struggle करना पड़ेगा परन्तु परेशान न हों, लगातार मेहनत करते रहें।
(11). आपको अपने आप सीखना होगा, आपको कोई नहीं सिखाएगा।
(12). कसम खा ले कि रोज कुछ नया सीखकर ही आना है। जिस दिन आप कचहरी (Court) से कुछ नया सीखकर नही आएं, उस दिन आप अपने गाल पर दो थप्पड़ जरूर लगाएं।
(13). अपने से सीनियर अधिवक्ताओं और कचेरी के काबिल एवं अनुभवी मुंसियो का भी सम्मान करें, क्यूंकि आपको केवल अपने वकील साहब से ही नही बल्कि इन सभी से भी सीखना है। इसलिए अपनी LL.B/LL.M की डिग्री का कोई घमंड न करें और अपने काम के प्रति ईमानदार रहें।
(14). अपने वकील साहब का अपनी मेहनत और लगन से विश्वास जीतें और Practice के दौरान उनकी किसी भी बात को दिल पर न लें।
(15). Drafting, Pleading और Stage of cases …… etc के जो भी Notes बनाये उसे वकील साहब को चेक कराते रहें, ताकि वकील साहब को भी लगे कि आप आगे बढ़ना चाहते हैं, और वो भी खुस होकर आपका साथ दें।
सभी tips का अक्षरसः पालन करने पर आपको वकालत पेशे में सफलता अवस्य मिलेगी, यह आपको अपने अनुभव के आधार पर बता रहे हैं।
धन्यवाद।
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